शनिवार, 10 नवंबर 2012

दिवाली की बधाईयां

घूम - घूम के मचल रहा है दिल , मचल - मचल के बहक रहा है दिल ,
ये दिल कह रहा है ,आई है दिवाली दे दो लोगो को बधाई  कई दोस्त है हम से दूर
कर रहे होगे मेरी बधाई का इंतिजार | इस लिए कहता हूँ की मेरा दिल मचल रहा है|
   
      दोस्तों  दिवाली आप सब के जीवन में खुशियाँ ले कर आये और जीवन दीपो सा जग -मग
   हो जाये | दोस्तों आप सब खुसी से पठाखो  को जलाइए लेकिन बच के दोस्तों |
       

शुक्रवार, 15 जून 2012

बाल श्रम






बद किस्मत

बद किस्मत है वो लोग जो अपनी दोस्ती को नहीं समझते ,
प्यार उससे  करते है ,जो उन्हें ही नहीं समझते |
कमबख्त लोग सच्ची दोस्ती को टाइम पास समझते है ,
और टाइम पास को जिंदगी समझते है |
जब ये टाइम पास अपनी जरूरत के लिए इस्तेमाल करता है ,
तब ओ नहीं समझ पता,की ओ मेरा इस्तेमाल कर रहा है |
उस को तब समझ पता है जब ओ उसे धोखा देती है |
तब उन्हें समझ आता है ,की सच्ची दोस्ती ही काम आती है |
इस लिए कहता हूँ ,
बद किस्मत है वो लोग जो अपनी दोस्ती को नहीं समझते ,
प्यार उससे  करते है ,जो उन्हें ही नहीं समझते |

शनिवार, 2 जून 2012

MISS YOU MY DEAR

दूर थे तो वो याद आते थे ,
 उनके साथ बिताए हर पल भूल नहीं पाते  थे |
पास  आ गए वो तो और जादा याद आती है ,
 लेकिन उनके पास हमसे  मिलने का वक्त नहीं है |
 क्या गुनाह हुआ हमसे, की वो हमसे मिलना ही नहीं चाहते ,
 क्या हम इतने बुरे की वो हमारे पास आने से भी कतराते है |
   
दूर थे तो पूछा करते की हमको याद करते हो ,
  अब पास आ गए तो ,भुला देते हो|
 दोस्ती की है तो निभाऊगा ,चाहे हम दोस्ती के लिए जान देनी पड़े |


    

बुधवार, 9 मई 2012

जीवन

 ( जीवन की गाड़ी युही डगमग -डगमग करती हुई    चलती है ,  
 जीवन में कही खुशिया कही गम बिखेर जाती  है |)
 
हमारा जीवन गुलाब के फूल की तरह है,जो खिलता है तो
चारो तरफ खुशबू ही खुशबू फैला  देता है |
गुलाब  अपनी खूबसूरती और महक से तो सब का मन मोह लेता है ,
इसी प्रकार इंसान का जीवन भी गुलाब के फूल की तरह होना चाहिए ,
जो खिलने के बाद खुद तो सुंदर दिखता ही  है ,साथ ही दूसरों को भी खुश कर देता है |

                 गुलाब ही ऐसा फूल होता है जो काटो के बीच में रह कर अपनी खूबसूरती
और गुणों को नहीं भूलता और ना ही अपनी प्रवृति को |
     ठीक इसी प्रकार इंसान भी अनेको परेशनियो और काटो से गुजरता  होता है , लेकिन
वह अपनी सुंदरता और प्रवृति को  भी नहीं भूलता |
 इसी लिए कहा की जीवन गुलाब के फूल की तरह होता है |
     





 
        

शुक्रवार, 30 मार्च 2012

हमरे ऋतेश सर

हमारें प्यारे शिक्षक  ऋतेश चोधरी :-



शिक्षक ऐसे होते है ,
                          

                                ऋतेश सर ऐसे व्यक्ति जो योग्य होने के साथ ,
                               वे ऐसे चिराग है जो अपने ज्ञान के प्रकाश से हम सब को रोसन किया है ,
                               साथ ही पुरे संसार को भी रोसन कर रहे है | और वे ऐसे व्यक्ति है जो
                               विद्यार्थी के अन्तरमन  से ले कर बाह्य मन तक को अपने चिराग के
                               प्रकाश से रोसन कर दिया है | जो की हम इनका उपकार जीवन प्रयतन नहीं भूलेगे |

मंगलवार, 27 मार्च 2012

जिंदगी के रंग

हमने सोचा था उनके आने से जिंदगी में कुछ रंग  सा भर गया है ,
लेकिन इस रंग में हम युही बहक से गए ,
की रंग की रंगीनियो को ही नही समझ पाए हम ,
की  वो हमे किस राह में ले जा रहे है |
राह ऐसी है की हमे जिंदगी को  ,
जीने के लिए ऐसे रंग दिखा रही |
हम सोचने में मजबूर है की किस राह में जाये ,
कही हम भी इस राह में खो से ना जाये |

रविवार, 25 मार्च 2012

गुजरता हूँ जिस राह से उस राह को नहीं भूलता ,


गुजरता हूँ जिस राह से उस राह को नहीं भूलता ,
उस राह में मुझे जो मिले अच्छे या बुरे ,
उनको मै कभी नहीं भूलता ,
अच्छे होते है ,तो उनकी याद आती है बार-बार ,
बुरे होते है तो कहता हूँ ,छोड़ दे यार |
अच्छो से सिखाना चाहता हूँ ,कुछ ऐसी   चीजे जो हमारी जिन्दगी को बदल सकती है ,
बुरो से ऐसी बाते जो की बुरी तो होती है लेकिन उस बुराइ में क्या अच्छी बात है|
इसी लिए कहता हूँ -गुजरता हूँ जिस राह से उस राह को नहीं भूलता |

शुक्रवार, 23 मार्च 2012

रुसवा हुए

रुसवा हुए , वो हमसे जाने किस बात पर'
तन्हाई में वो हमे याद करते है आसूं बहा -२ कर ,
मै कहता हूँ प्यार करते हो हम से ,तो क्यों रुसवा हो जाते हो ,

तुम्हे  तन्हाई इतनी अच्छी  लगती है ,
की तन्हाई में ही खो जाते हो ,
और दुनिया को भूल कर हमको भी भूल जाते हो |

कहते है लोग अनाड़ी हो ।

  कहते है लोग अनाड़ी हो ।





कहते है लोग अनाड़ी हो ,
                 अनाड़ी ही रहना ।
अनाड़ी होते हैं दिल के साफ ,
इस दुनिया में जो अनाड़ी नहीं है ,
उनके दिल में होता है पाप ,
अगर पाप इस तरह होता है,
 तो मै साफ ही रहना चाहता हूँ ।
अनाड़ी हूँ ,अनाड़ी  ही रहना चाहता हूँ ।


                                    अनाड़ी अपनी जिन्दगी को मस्त हो कर जीना जानता है ,
                          जिन्दगी के हसीन लम्हों को पा कर उस में खो जाना जानता  है ,
         इस लिए कहता हूँ , अनाड़ी हूँ ,अनाड़ी  ही रहना चाहता हूँ ।

 जो अनाड़ी नही वो जिन्दगी के हसीन लम्हों को अपनी परेशानीयो से परेशान हो कर ,
उस प्यारे से पल को परेशान हो कर ही जीते है ,और जिन्दगी का रंग कहा है उन्हें पता नही । 
इस लिए कहता हूँ , अनाड़ी हूँ ,अनाड़ी  ही रहना चाहता हूँ ।

        

बुधवार, 21 मार्च 2012

दिन गुजरते जाते है ,
लम्हे गुजरते जाते है ,
न जाने वो कौन सा पल है ,
जिसे हम पाना चाहते है |हम चुप रहते है ,
तो लोग हमे गलत समझते है ,
बस चुप रह कर ही हम जिंदगी का दर्द युही पिया करते है |सब से प्यार चाहा तो वह न मिला ,
दोस्तों से सच्ची दोस्ती चाही वो ना मिली ,
चाहा -२ के बस एक तन्हाई मिली |