बुधवार, 9 मई 2012

जीवन

 ( जीवन की गाड़ी युही डगमग -डगमग करती हुई    चलती है ,  
 जीवन में कही खुशिया कही गम बिखेर जाती  है |)
 
हमारा जीवन गुलाब के फूल की तरह है,जो खिलता है तो
चारो तरफ खुशबू ही खुशबू फैला  देता है |
गुलाब  अपनी खूबसूरती और महक से तो सब का मन मोह लेता है ,
इसी प्रकार इंसान का जीवन भी गुलाब के फूल की तरह होना चाहिए ,
जो खिलने के बाद खुद तो सुंदर दिखता ही  है ,साथ ही दूसरों को भी खुश कर देता है |

                 गुलाब ही ऐसा फूल होता है जो काटो के बीच में रह कर अपनी खूबसूरती
और गुणों को नहीं भूलता और ना ही अपनी प्रवृति को |
     ठीक इसी प्रकार इंसान भी अनेको परेशनियो और काटो से गुजरता  होता है , लेकिन
वह अपनी सुंदरता और प्रवृति को  भी नहीं भूलता |
 इसी लिए कहा की जीवन गुलाब के फूल की तरह होता है |